ग़ाज़ीपुर (उत्तर प्रदेश) – ग़ाज़ीपुर ज़िले के संदल गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके में चर्चा छेड़ दी है। एक विवाहित महिला ने अपने पति और दो बच्चों को छोड़कर उसी परिवार के भतीजे से मंदिर में शादी कर ली। इस पूरी घटना के दौरान पति का बयान—“मुझे नीले ड्रम में नहीं जाना है”—गाँव में लोगों के बीच चर्चा का सबसे बड़ा विषय बना हुआ है।
घटना कैसे शुरू हुई?
गांव के अशोक बिंद की पत्नी रेखा बिंद का उसके ही भतीजे सागर बिंद से प्रेम संबंध बन गया। जब यह बात सामने आई, तो परिवार और समाज दोनों ने रोकने की कोशिश की। अशोक ने भी पत्नी को समझाया, लेकिन रेखा अपने निर्णय पर अड़ी रही और घर-परिवार छोड़कर सागर के साथ रहने चली गई।
पुलिस तक पहुँचा मामला
1 सितम्बर को रेखा बिंद ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर साफ कहा कि वह अपने पति के साथ नहीं, बल्कि सागर के साथ रहना चाहती है। पत्र में उसने यह भी लिखा कि बच्चों की परवरिश की ज़िम्मेदारी उनके पिता अशोक संभालेंगे।
मंदिर में हुई शादी
इसके बाद गाँव के मंदिर में परिवार और ग्रामीणों की मौजूदगी में रेखा और सागर ने विवाह संपन्न किया। हैरानी की बात यह रही कि पति अशोक ने भी इस शादी के लिए सहमति दी और साफ शब्दों में कहा कि वह किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहता।
गाँव में इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोग इसे व्यक्तिगत निर्णय मानते हैं, जबकि कई ग्रामीण इसे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों पर सीधा आघात बता रहे हैं। बच्चों के भविष्य को लेकर भी चिंता जताई जा रही है।